समस्तीपुर. काशीपुर के एक दंपती ने महंगाई का सॉल्यूशन ढूंढ
निकाला है। छत पर गमलों में ऑर्गेनिक खेती से ये कपल
रोजाना आठ से 10 किलो सब्जी निकाल रहा है। उनका
कहना है कि पड़ोस के लोग भी उनसे सीख रहे हैं और इस तरह
की खेती की शुरुआत कर रहे हैं।
कब आया छत पर खेती करने का ख्याल...
कामेश्वर सिंह और उनकी पत्नी शकुंतला सिंह ने बताया कि
बाजार में सब्जियों की बढ़ती कीमतों से परेशान होकर छत
पर ही सब्जी उगाने की सोची। फिर मिट्टी के गमले खरीदे
और उसमें मिट्टी, कम्पोस्ट डालकर मौसमी सब्जी उगाने लगे।
अकेलापन होता है दूर
कपल ने बताया कि इस उम्र में बच्चों से दूर रहने की वजह से
उनका अकेलापन भी दूर होता है। साथ ही, कम्पोस्ट से उगाई
गई सब्जियां पौष्टिक भी होती हैं। रोज इतनी सब्जियां
निकलती हैं कि घर में इस्तेमाल के अलावा वे इसे पड़ोसियों
को भी दे देते हैं।
क्या-क्या उगाते हैं
छत पर पुदीना, धनिया, घीया, पालक और बैंगन के अलावा
अन्य मौसमी सब्जियां उगाते हैं।

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