भागलपुर। भागलपुर की सड़कों के किनारे फेंक दिए गए
काजल, मुन्नी, लक्ष्मी, निकिता और बबलू जल्द ही विदेशी
नागरिक बन जाएंगे। वे अब अलग-अलग देशों में पलेंगे, पढ़ेंगे। इन्हें
जन्म देने वालों ने इन्हें सिर्फ इसलिए सड़क किनारे फेंक दिया
था, क्योंकि इनमें चार बेटियां थीं, तो एक बबलू गंभीर
बीमारी से पीड़ित था। पुलिस ने इन्हें लावारिस हालत में
सड़क के किनारे से बरामद किया था। बाद में सभी को
औपचारिकताएं पूरी करने के बाद श्री रामानंदी हिन्दू आश्रम
को सौंप दिया, तभी से ये बच्चे इसी आश्रम में पल बढ़ रहे हैं।
मगर अब ये बच्चे अनाथ नहीं कहें जाएंगे। इन्हें विदेश मां-बाप
मिल गए हैं। अनाथालय के संचालकों के अनुसार, यहां पल रही
काजल भारती को बेल्जियम, मुन्नी भारती को इटली,
लक्ष्मी भारती को यूएसए, निकिता भारती को फ्रांस और
बबलू भारती को इटली के दंपति ने गोद लेने के लिए दो महीने
पहले ही ऑनलाइन आवेदन किया था। उनके आवेदन पर केंद्रीय
स्तर पर औपचारिकता पूरी की जा रही है। सभी दंपतियों ने
अपने देश से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दे दिया है। गोद लेने की
प्रकिया भी अंतिम दौर में है। माना जा रहा है कि अगले एक
महीने के अंदर सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी और
विदेशी दंपति यहां आकर बच्चों को ले जाएंगे।

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