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बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष के साथ निकली धम्मयात्रा

महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया के संस्थापक अनागारिक
धम्मपाल के 152 वीं जयंती पर शनिवार की सुबह बोधगया में
बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष के साथ धम्मयात्रा निकाली
गयी। यह धम्मयात्रा 80 फीट विशाल बुद्ध प्रतिमा से शुरू होकर
विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर पहुंची।
जहां गर्भगृह में पूजा-अर्चना के पश्चात पवित्र बोधिवृक्ष की
छांव में भिक्षुओं ने सामूहिक रूप से सूत्त पाठ किया। इस
धम्मयात्रा में विभिन्न विदेशी बौद्ध मोनास्ट्री के भिक्षुओं,
पारंपरिक वाद्ययंत्र व वेशभूषा में श्रीलंकाई श्रद्धालु दान देने हेतु
चीवर लिए व स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया।
हालांकि सूत्त पाठ के दौरान अचानक बारिश होने से थोड़ी
बाधा पहुंची। बारिश के बावजूद सभी बोधिवृक्ष की छांव में
डटे रहे। सूत्त पाठ समापन के पश्चात सभी महाबोधि
सोसाइटी शाखा पहुंचे। जहां जयश्री महाबोधि विहार में बुद्ध
पूजा किया गया। हालांकि धम्मपाल के प्रतिमा पर
माल्यार्पण कार्यक्रम को कुछ देर के लिए टाल दिया गया।
संध्या बेला में कैंडिल लैंप जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में
शामिल सभी अपने हाथों में कैंडिल लिए बुद्धं शरणं गच्छामि
का जयघोष कर महाबोधि मंदिर गए। जहां प्रथम चंक्रमण से
मंदिर की परिक्रमा कर वापस सोसाइटी आए।

कार्यक्रम का विधिवत समापन धम्मचक्र प्रवर्तन सूत्त पाठ के
साथ किया गया। कार्यक्रम को लेकर सोसाइटी परिसर से
लेकर महाबोधि मंदिर तक के क्षेत्र को पंचशील ध्वज व पताखों
से सजाया गया था।

बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष के साथ निकली धम्मयात्रा बुद्धं शरणं गच्छामि के जयघोष के साथ निकली धम्मयात्रा Reviewed by Unknown on 17:15:00 Rating: 5

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