भागलपुर. इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद परिवार चलाने के
बोझ में सोनी के सपने बिखरने लगे। लेकिन सोनी ने हिम्मत
नहीं हारी। आर्थिक मदद के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को
चिट्ठी लिखी। कुछ दिनों के बाद उसका जवाब आया और
सोनी को 50 हजार रुपए मिले।
पीएम द्वारा मदद मिलने के साथ ही सोनी के सपने को फिर
से पंख लग गए। अभी सोनी पटना में बीएससी (नर्सिंग) की
पढ़ाई कर रही है। सोनी का कहना है कि भविष्य में नर्स बनकर
समाज सेवा के साथ परिवार का भरन-पोषण करेंगे। पीएम की
एक चिट्ठी ने मेरी जिंदगी बदल दी।
मोक्षदा इंटर गर्ल्स हाईस्कूल के प्यून जगदीश दास की पोती
सोनी आज से आठ माह पहले यह सोच भी नहीं सकी थी कि
वह आगे की पढ़ाई पूरी कर सकेगी। उसके पिता अरुण कुमार
पासवान बीमार हो गए। मां भी बीमार रहने लगी। घर पर चार
बहन और दो भाई, इन सबमें बड़ी सोनी के सामने परिवार
चलाने का संकट आ गया। आईएससी पास सोनी के आगे पढ़ने
का सपना बिखरने लगा।-शेष |पेज 12
पढ़ाई को बैंक से मदद चाहिए
सोनी ने बीएससी नर्सिंग में दाखिला ले लिया। वहां चार
साल का पाठ्यक्रम है। पहले, दूसरे, तीसरे व चौथे वर्ष में क्रमश:
1.5 और हर साल एक-एक लाख ट्यूशन फीस लगेगी। इसके लिए
बैंक में लोन के लिए अावेदन दिया है। लेकिन स्टेट बैंक के
अधिकारी टाल-मटोल कर रहे हैं। कभी कहते हैं कि घर में कोई
नौकरी पेशा वाला है तो उसके कागजात चाहिए तो कभी
जमीन के कागजात मांगते हैं। लेकिन न नौकरी है और न ही
जमीन। मूल घर गोपालपुर के डाकघर, बहादुरपुर के पास है। वहां
केवल घर है, जमीन है ही नहीं, ऐसे में आगे की पढ़ाई के लिए लोन
जरूरी है। बैंक अगर मदद करे तो मंजिल पाने की राह आसान हो
जाएगी।

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