पटना. बिहार की शांति देवी ने इटली में राज्य का परचम
लहराया है। मधुबनी जिले की रहने वाली 60 साल की मशहूर
पेंटर शांति देवी ने मिलन इंटरनेशलन मेले में लाआर्टिजियोनो
फिएवा अवार्ड जीता है। शांति देवी 5 साल की उम्र से ये
मधुबनी पेंटिंग बना रही हैं।
मेले में पूरी दुनिया से पेंटर और हस्तशिल्पी जुटे थे। आकर्षण का
केंद्र हैंड मेड पेपर पर प्राकृतिक रंग और अंगुलियों के इशारे से बने
कोहबर रहे। शांति देवी कहती हैं- प्राकृतिक रंग को लेकर
पश्चिम के देशों में गजब का क्रेज है।
मिथिला पेंटिंग के लिए प्रसिद्ध मधुबनी जिले के जीतवारपुर
गांव में शांति का जन्म हुआ। वे बताती हैं कि जब तीन साल
की थीं, तब उनकी मां चल बसीं। गांव में मिथिला पेंटिंग
बनाने का माहौल था। उन्हें अपनी पड़ोसन व मशहूर मिथिला
पेंटिंग की आर्टिस्ट सीता देवी से सीखने का मौका मिला।
उन्होंने बताया कि शादी के बाद घर-परिवार की
जिम्मेदारी निभाते हुए मिथिला पेंटिंग के प्रति जो मेरा
लगाव था वह कम नहीं हुआ। फिर धीरे-धीरे पेंटिंग बनाने लगीं।
वर्ष 2012 में मिथिला पेंटिंग के लिए नेशनल अवार्ड मिला।
कहा- मिलान में मधुबनी पेंटिंग के स्टॉल पर लाइव डेमो देखकर
लोग चकित हो जाते थे। हैंड मेड पेपर पर अंगुली और प्राकृतिक
रंग से पेंटिंग बनाई जाने की बात सुनकर हैरान हो जाते थे।

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